Posted inNazm काश मैं भी Posted by Bhuppi Raja January 3, 2025No Comments काश! मैं भी ऐसा होताकह देता मन जैसा होता इतनी हिम्मत मुझमें होतीमैं भी तेरे जैसा होता मुख अपना भी उज्जवल होतागर मन शीशे जैसा होता पल-पल ये ना सोचा होताऐसा होता कैसा होता सब खुश रहते कोई ना रोतागर ना पैसा-पैसा होता जो भी होता उल्टा होताकुछ तो मेरे जैसा होता ये जग सारा मेरा होतागर ना ऐसा-वैसा होता ऐसा-वैसा कुछ ना होताजैसा होना वैसा होता तू क्यूँ चिंता करे हैं राजाजो रब चाहे वैसा होताG053 Visitors: 11 Post navigation Previous Post ना कोई आँखNext Postकिसी का प्यार