Posted inGhazal/Nazm तन्हा दिल तन्हा सफर Posted by Bhuppi Raja July 3, 1997No Comments तन्हा दिल तन्हा सफर तन्हाँ दिल तन्हाँ सफरतन्हाँ चाँद तन्हाँ डगरभीड़ है अकेलों कीकौन किसका हमसफरकहने को सब साथ हैकौन अपना है मगरधुआं धुआं है जिंदगी धुआं धुआं है ये शहरखो गए सब रास्तेखो गया है अपना घरकौन देखे मेरा गमकौन सी है वो नज़रख़्वाहिशें दम तोड़तीआया कैसा ये भंवर ‘राजा’ चलाना हुआआज की ताजा ख़बरG072 Post navigation Previous Post जो भी इस जग मे होता हैNext Postकुछ साथ नहीं जाना है