तुम जैसा कोई जहाँ में दिलबर ना होगा
हम जैसा भी कोई दिलाबर ना होगा
नामवर तो तुमको मिल जाएंगे हज़ारों
मगर हम जैसा भी कोई मुनावर ना होगा
हम तो मिट जायेंगे तेरी बेवफाई रो-रो के
तुझे तो ये बहाना भी मयस्सर ना होगा
तोड़कर हर उम्मीद मेरी जा रहे हो तुम
दुश्मन भी तुमसा कोई सितमगर न होगा
दोस्त तो मिल जाएंगे तुमको हज़ारों
मगर हम जैसा कोई करमगर न होगा
याद आएंगे हम उस दिन तुमको बहुत
जब तुम्हारे पास कोई रहबर न होगा
खुद ही कत्ल करके खुद ही फैसला सुना दे
मुन्सिफ़ भी तुमसा कोई मुकर्रर न होगा
यूं ही चल दिए तुम हमसे मुँह मोड़कर
इतना भी कोई तुमसा बेकदर न होगा
*दिलावर- साहसिक बहादुर
*नामावर- विख्यात प्रसिद्ध
*मुनावर- चमकदार
*मुकर्रर- जो ठहराया गया हो, तय किया हुआ, निश्चित
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