Posted inDard Kavita नैना बरसत जाए Posted by Bhuppi Raja December 26, 2021No Comments नैना बरसत जाए नैना बरसत जाए हाएपिया घर न आए हाए… कल तक जो मेरा संगी थाआज दूर हो जाए हाए… इस सावन मैं ऐसे तड़पीजल बिन मछली माए हाए… जब से पिया परदेस गयो हैकोयो रंग न भाए हाए… दिल मेरा रब पत्थर कर देक्यों इस को धड़काए हाए… पल पल क्यों ऐसे लगता हैअब कुण्डी खड़काए हाए… दिल पागल कैसे समझाऊं…गया लौट न आए हाए…K034 ग़ज़ल/ नज़्म दोहे कोट्स Post navigation Previous Post समयNext Postइन्तज़ार