Posted inGhazal/Nazm प्यार का ये भरम Posted by Bhuppi Raja June 1, 1998No Comments प्यार का ये भरम प्यार का ये भरम तो देखिएयार का ये करम तो देखिएनज़रें उनको ढूंढ़ती है हर तरफबेख़्याली का चरम तो देखिएरोज़ करके वादा रोज़ तोड़नाउनका दीनो-धरम तो देखिएक़त्ल करने आए ख़ंजर सोचकरहाथ मे पकड़े मरहम तो देखिएबेदर्द नज़रें मिलते ही झुक गईंआँखों में उनके शर्म तो देखिएअफसाना मेरा सुनते ही रो दिएदिल कितना है नरम तो देखिएजिस्म ठंठा हो गया तो क्या हुआसाँसें हमारी गरम तो देखिएज़िन्दगी की जंगअभी हारे नहींहौसले हमारे परम तो देखिएफिज़ा में कभी तो बहार आएगी‘राजा’ का बाग़बाँ हरम तो देखिएG028 Post navigation Previous Post आज फिर उनकी यादोंNext Postक्यूँ ना आज कुछ