रुठा है यार मेरा

रुठा है यार मेरा मनाऊं कैसे

प्यार है बेशुमार पर बताऊं कैसे

 

तू मेरा हमसफर है तू ही हमसाया

तुझसे दूर मैं जाऊं तो जाऊं कैसे

 

सजती नहीं कोई महफ़िल तेरे बिना

महफ़िल को सजाऊं तो सजाऊं कैसे

 

सर-ए-आइना मैं हूँ पसe- आईना कौन है

पसe-ए-आईना दिखाऊं तो दिखाऊं कैसे

 

तेरे बिना इक पल भी मेरा कटता नहीं

बहुत लम्बी है ज़िंदगी बिताऊं कैसे

 

*सर-ए-आइना- दर्पण के आगे

*पस-ए-आईना- दर्पण के पीछे

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