Posted inGhazal/Nazm आज क्यूँ न कुछ आज क्यूँ न कुछ आज क्यूँ न कुछ यू किया जाएतेरी यादों के साये तले सोया जाए घर को…
Posted inGhazal/Nazm रुठा है यार मेरा रुठा है यार मेरा रूठा है यार मेरा उसे मनाऊं कैसेकरते है इंतहा प्यार बताऊँ कैसे तू है मेरा…
Posted inGhazal/Nazm आज का दिन आज का दिन आज का दिन फिर कहानी हो गयाआना उनका मेहरबानी हो गया वो आए पर ना बैठे,…
Posted inGhazal/Nazm इख़्तिलात कीजिए इख़्तिलात कीजिए इख़्तिलात किजिए या अदावत किजिएकुछ तो किजिए चाहे ख़िलाफ़त किजिए समझेंगे तुझको भी हम दोस्त अपनाकभी हमसे…
Posted inGhazal/Nazm दूर से पूछोगे हाल दूर से पूछोगे हाल दूर से पूछोगे हाल तो अच्छा ही बताएँगेआओगे पास थोड़ा तो दिल खोल के…
Posted inGhazal/Nazm तू मेरा हो नहीं सकता तू मेरा हो नहीं सकता तू मेरा हो नहीं सकता, जानता हूँ मगरफिर भी दिल लगाने को जी…
Posted inGhazal/Nazm कुछ ख़्वाब अधूरे कुछ ख़्वाब अधूरे कुछ ख़्वाब अधूरे है पूरे कर दो नाकुछ ज़ख़्म गहरे है मरहम कर दो ना बहारे…
Posted inGhazal/Nazm आज बस इतनी इनायत आज बस इतनी इनायत आज बस इतनी इनायत कीजियेरुख से पर्दा हटाने दीजिये बादलों अपने पहरे हटालोचाँदनी ज़मी पे…
Posted inGhazal/Nazm तूने मुझे एक बार तूने मुझे एक बार तूने मुझे एक बार तो आज़माया होता,तेरी आँखों में मेरा प्यार तो आया होता। काट…
Posted inGhazal/Nazm किसी का प्यार किसी का प्यार किसी का प्यार उसको मिल गया होगाभरी धूप में बरसात का ये ही सबब होगा कोई…
Posted inGhazal/Nazm नींद से जागो नींद से जागो नींद से जागो तो कुछ ख्व़ाब दिखाएंदेखो आसमाँ संग तो महताब दिखाएं ये वो सफ़े है…
Posted inGhazal/Nazm तू सुकून है तू सुकून है तू सुकून है तो ये शरर क्यों हैगर तू नहीं साथ तो ये सफ़र क्यों…
Posted inGhazal/Nazm तुम साथ हो तुम साथ हो तुम साथ हो तो लगता है बूँद भी बरसात हैसुबह सुहानी, शाम मस्तानी मदहोश हर…
Posted inGhazal/Nazm तुम ख़ुद को तुम ख़ुद को तुम ख़ुद को मेरी निगाहों से देखोतुम्हें ख़ुद से ही प्यार हो जाएगा आइनें के सामने…
Posted inGhazal/Nazm शाम-ए-सफर शाम-ए-सफर शाम-ए-सफर में गर हमनशी का साया भी होज़िन्दगी यूं ही सफ़र में गुज़ार दूं मैं किसे फिक़्र मंज़िल…
Posted inGhazal/Nazm तुम मुझे जीने की तुम मुझे जीने की तुम मुझे जीने की इक वजह दे दोमैं ये जिंदगी तुम पे लुटा दूंगा या…
Posted inGhazal/Nazm तू ना चाहे मुझे तू ना चाहे मुझे तू ना चाहे मुझे तो क्या ग़म हैतू है मेरी यादों में ये क्या…
Posted inGhazal/Nazm तुम्हें हमसे प्यार तुम्हें हमसे प्यार तुम्हें हमसे प्यार हो न हो हमें तो हैतुम्हें इन्तज़ार हो न हो हमें तो…
Posted inGhazal/Nazm हाले दिल हाले दिल हाले दिल कुछ उन्हें यूँ सुनाया गयाअपने दिल को किताब बनाया गया इज़हार-ए-उल्फ़त यूँ हमने कियाहर सफ़े…
Posted inGhazal/Nazm सूरज चाँद सितारे सूरज चाँद सितारे सूरज चाँद सितारे तुम्हारे हो जाएंगेजिस दिन आप हमारे हो जाएंगे ये सब हैं मेरे बचपन…
Posted inGhazal/Nazm उसने रखा है उसने रखा है उसने रखा है जाम फूलों परआज गुजरेंगी शाम फूलों पर उनकी खुशबु कहां से आयी हैउसने…
Posted inGhazal/Nazm दिल में तेरे दिल में तेरे दिल में तेरे बता क्या हैहमसे हुई ख़ता क्या हैक्यूँ बुझे-बुझे से रहते होबोलो न…
Posted inGhazal/Nazm कौन कहता है कौन कहता है कौन कहता है की वो प्यार नहीं करतेप्यार तो करते हैं इज़हार नहीं करते जानते हैं…
Posted inGhazal/Nazm जब कभी तेरा नाम जब कभी तेरा नाम जब कभी तेरा नाम लेता हूँअश्क़ आँखों में थाम लेता हूँ जब कभी तेरी याद…
Posted inGhazal/Nazm वो न देखते वो न देखते वो न देखते, न मुस्कुराते, न बात करते हैंमोहब्बत हमसे करते हैं, अजी क्या बात…
Posted inGhazal/Nazm मुहब्बत में जब मुहब्बत में जब मुहब्बत में जब रब की इनायत हो जाती हैजो भी वो बोलें वही रुबायत हो…
Posted inGhazal/Nazm आज फिर हमसे आज फिर हमसे आज फिर हमसे परदादारी हैइतना ज़ुल्म क़्या ख़ता हमारी है चाँद कब बादलों से निकलेगाइन्तज़ार-ए-इन्तहाँ, बेकरारी…
Posted inGhazal/Nazm हर चमन में हर चमन में हर चमन में इश्क़-ए-गुल कहाँ खिलता हैजहाँ उम्मीद हो इसकी कहाँ मिलता है क्यों डरें हम…
Posted inGhazal/Nazm चाँद से सूरज से चाँद से सूरज से चाँद से सूरज से जिससे भी यारी रखिएबस इस दिल में थोड़ी जगह हमारी…
Posted inGhazal/Nazm तेरे क़दमों में तेरे क़दमों में तेरे क़दमों में मेरा सर होगाकहाँ ऐसा मेरा मुक़द्दर होगा तू तसव्वुर है मेरे ख़यालों काक्या…
Posted inGhazal/Nazm हमने इक शाम हमने इक शाम हमने इक शाम सुर्ख फूलों से सजायी हैऔर तुमने ना आने की कसम खायी है दुआ…
Posted inGhazal/Nazm कुछ गम नहीं कुछ गम नहीं कुछ गम नहीं जो मौत गले लगा लेगर इक घड़ी भी तू मूझे अपना बना…
Posted inGhazal/Nazm न ज़फा में तड़पे न ज़फा में तड़पे न ज़फ़ा में तड़पे, न वफ़ा में मुस्कुराएऐसी भी ज़िन्दगी क्या ज़िन्दगी कहलाए मोहब्बत की…
Posted inGhazal/Nazm क्यों तुम मुझमें क्यों तुम मुझमें क्यों तुम मुझमें अपना ख़ुदा ढूँढते होतुम भी न जाने ये क्या ढूँढते हो मुझको तो…
Posted inGhazal/Nazm बेख़याली में बरहा बेख़याली में बरहा बेख़याली में बरहा वो ये भूल जाते हैंनशेमन हो शबाब तो रिंदे लूट जाते हैं मोहब्बत…
Posted inGhazal/Nazm ये भी क्या बात हुई ये भी क्या बात हुई ये भी क्या बात हुई कि वो बात नहीं करतेपहले जैसी अब वो…