Posted inKavita Short Poem मैं जब-जब जला Posted by Bhuppi Raja September 26, 2024No Comments मैं जब-जब जलाबाती संग जला,जब खत्म हुआ तेलबुझना ही पड़ा, क्या मेरा जीवन यूं हीअकारथ गयानहीं मैंने रोशनी भी दीरास्ता भी दिया… Visitors: 31 Post navigation Previous Post होश आया तोNext Postबड़ी मुश्किल से