दोहे नाम बिना तू अकेला है Visitors: 22 तू क्यूँ इतना रोता है Visitors: 17 जो भी इस जग में होता है Visitors: 21 सारी उम्र तू सोता है Visitors: 33 मोह माया ने घेरा है Visitors: 22 दुनिया रहन बसेरा है Visitors: 17 कुछ साथ नहीं जाना है Visitors: 15 क्यूँ जीवन अपना खोता है Visitors: 18 दुनिया तो इक मेला है Visitors: 19 कलयुग के भव सागर को Visitors: 21 सांसो का क्या भरोसा Visitors: 22 चार किताबें पढ़के तुम Visitors: 22 कुदरत का कानून है Visitors: 24 धर्म हमारा एक है Visitors: 24 भगवा चोला पहन के Visitors: 20 ज्ञानी उसको आखिए Visitors: 21 ज्ञानी ध्यानी बहुतो मिले Visitors: 21 जो कल था अब है नहीं जो कल था अब है नहीं, जो अब है कल नाहीं सब जग नश्वर भयो, चिंता करे तू काही… Visitors: 57 चंचल मन बालक भयो चंचल मन बालक भयो, बहुतो नाच नचाएजब मन समता भही, अटल ध्रुव हो जाए… Visitors: 33 तिनका तिनका जोड़ के तिनका तिनका जोड़ के गठरिया कई बनाईसभी छोड़ के चल दिये, जीवन व्यर्थ गवाई… Visitors: 30 कर्म कांड बहुतो किये कर्म कांड बहुतो किये, कोइनो काम ना आएमन की गांठे खोल दे, धर्म मार्ग मिल जाए… Visitors: 29 मैं मैं करता जग मुआ मैं मैं करता जग मुआ, मैं ना जाणयो कोएजब मैं जानत भयो, जगत तमाशा होए… Visitors: 31 बाहर अंदर एक है बाहर अंदर एक है, जान सके तो जानकण-कण मे जब रब दिखे, होए बौद्ध ज्ञान… Visitors: 29 अंदर तेरे राम है अंदर तेरे राम है, तुझको नजर ना आएमन की गांठे खोल दे, जग रोशन हो जाए… Visitors: 28 राग-द्वेष भय एक है राग-द्वेष भय एक है, सब जग लेयो फसाएसमता मन कीजिये, जीवन सरल हो जाए… Visitors: 29 दया धर्म का मूल है-2 दया धर्म का मूल है, करुणा दियो जगाए,जिस मन करुणा भही, धर्मवान बन जाए… Visitors: 30 दया धर्म का मूल है-1 दया धर्म का मूल है, करुणा दियो जगाए,जिस मन करुणा नहीं, निरा ठूठ रह जाए… Visitors: 29 Visitors: 26