Posted inImage Shayari दोहे कर्म कांड बहुतो किये कर्म कांड बहुतो किये, कोइनो काम ना आएमन की गांठे खोल दे, धर्म मार्ग मिल जाए…
Posted inImage Shayari दोहे मैं मैं करता जग मुआ मैं मैं करता जग मुआ, मैं ना जाणयो कोएजब मैं जानत भयो, जगत तमाशा होए…
Posted inImage Shayari दोहे बाहर अंदर एक है बाहर अंदर एक है, जान सके तो जानकण-कण मे जब रब दिखे, होए बौद्ध ज्ञान…
Posted inImage Shayari दोहे अंदर तेरे राम है अंदर तेरे राम है, तुझको नजर ना आएमन की गांठे खोल दे, जग रोशन हो जाए…
Posted inImage Shayari दोहे राग-द्वेष भय एक है राग-द्वेष भय एक है, सब जग लेयो फसाएसमता मन कीजिये, जीवन सरल हो जाए…
Posted inImage Shayari दोहे दया धर्म का मूल है-2 दया धर्म का मूल है, करुणा दियो जगाए,जिस मन करुणा भही, धर्मवान बन जाए…
Posted inImage Shayari दोहे दया धर्म का मूल है-1 दया धर्म का मूल है, करुणा दियो जगाए,जिस मन करुणा नहीं, निरा ठूठ रह जाए…