Posted inGhazal/Nazm तुम मुझे जीने की Posted by Bhuppi Raja January 21, 2001No Comments तुम मुझे जीने की तुम मुझे जीने की इक वजह दे दोमैं ये जिंदगी तुम पे लुटा दूंगा या फिर मरने का हौसला दे दोमैं पल में ही खुद को मिटा दूंगा अगर तेरी नाराजगी है मुझसेहर शिक्वा तेरा मैं मिटा दूंगा गर तेरे रास्ते का पत्थर बनुहर रास्ते से खुद को हटा दूंगाG040 Post navigation Previous Post तू ना चाहे मुझेNext Postशाम-ए-सफर