Posted inGhazal/Nazm तुम जैसा कोई Posted by Bhuppi Raja March 15, 2001No Comments तुम जैसा कोई तुम जैसा कोई जहाँ में दिलबर न होगाहम जैसा भी कोई दिलावर न होगा नामावर तो तुमको मिल जाएँगे हज़ारोंमगर हमसा कोई और करमगर न होगा हम तो मिट जाएँगे तेरी बेवफ़ाई के ग़म मेंतुझे तो ये बहाना भी मयस्सर न होगा तोड़कर हर उम्मीद मेरी जा रहे हो तुमदुश्मन भी तुमसा कोई सितमगर न होगा मेरी रहगुज़र से गुज़रे तो याद करोगेहमसा कोई तेरा हमसफ़र न होगा याद आएँगे हम उस दिन तुमको बहुतजब तुम्हारे पास कोई रहबर न होगा खुद क़त्ल करके खुद ही फ़ैसला सुना देमुन्सिफ़ भी तुमसा कोई मुक़र्रर न होगा यूँ ही चल दिए तुम हमसे मुँह मोड़के‘राजा’, इतना भी कोई बेक़दर न होगाG061 Post navigation Previous Post जब कभी तेरीNext Postयक़ीं आता नहीं