Posted inGhazal/Nazm तन्हा दिल तन्हा सफर Posted by Bhuppi Raja March 10, 2001No Comments तन्हा दिल तन्हा सफर तन्हा दिल तन्हा सफरतन्हा चाँद तन्हा डगर भीड़ है अकेलों कीकौन किसका हमसफर कहने को सब साथ हैकौन अपना है मगर धुआं धुआं है जिंदगीधुआं धुआं है ये शहर खो गए सब रास्तेखो गया है अपना घर कौन देखे मेरा गमकौन सी है वो नज़र ख़्वाहिशें दम तोड़तीआया कैसा ये भंवर ‘राजा’ चलाना हुआआज की ताजा ख़बरG072 Post navigation Previous Post अश्क़ बहते नहींNext Postमेरी हसरतो को