Posted inGhazal/Nazm मिला ना प्यार Posted by Bhuppi Raja March 3, 2001No Comments मिला ना प्यार मिला ना प्यार तो रिंदो से दोस्ती कर ली यूँ अपने ही दिल से हमने दिल्लगी कर ली बडे मगरूर थे अंधेरे कि राज उनका हैघर अपना जला हमने रोशनी कर ली मेरे दुश्मन भी मेरा ये हौसला देख करघबरा के आखिर हमसे दोस्ती कर ली होंगे मजबूर वो शायद जो बेवफा हुएये सोच कर दिल ने मेरे तस्सली कर ली उजाले यूं हुए उनके आने से हर तरफकि अंधेरों ने घुट के खुदकुशी कर ली जो भी मुहब्बत में ‘राजा’ से पेश आयासर अपना झुका हमने बंदगी कर लीG056 Post navigation Previous Post हाले-दिल कहें किससेNext Postअश्क बहते हैं