Posted inGhazal/Nazm कुछ ही लोग होते हैं Posted by Bhuppi Raja September 1, 2001No Comments कुछ ही लोग होते हैं कुछ ही लोग होते है अपने दिल के नवाबबाकी सब तो करते हैं दुनिया का हिसाब दोस्ती में जो अपने ख़ुदा को भुला देवो ही दोस्ती के काबिल होता है जनाब चुप रहते है हम जहाँ दोस्ती ना हो गैरों को हम देते नही कोई जवाब परदा नहीं होता कोई दोस्तो के बीचना होता है किसी चेहरे पे कोई नक़ाब रूठने-मानाने की दरकार नहीं होतीदोस्ती में विश्वास होता है बेहिसाब दोस्ती ओहदे की मोहताज नहीं होतीना इसमे कोई रंक है ना कोई नवाब जिससे बात करने को सोचना ना हो उस दोस्त को है मेरा दिल से आदाब कहता है दोस्त जिसे ‘राजा’ इक बारउसके आगे फीका सारे जहां का शबाबG013 Post navigation Previous Post कोई मुझको मेरी खताNext Postकोई बस्ती तो होगी