Posted inGhazal/Nazm कोई बस्ती तो होगी Posted by Bhuppi Raja October 1, 2001No Comments कोई बस्ती तो होगी कोई बस्ती तो होगी जहाँ लोग दीवाने होंगेखुशबुएँ फ़िज़ा में होगी और सब मस्ताने होंगे ना वस्ल-ए-खौफ़ होगा ना कोई दूरिया होंगी रोज दीदार-ए-यार होगा रोज अफ़साने होंगे ना कोई ख़ुदी में होगा ना याद उनकी आयेगीना दर्द दबाने होंगे ना आंसू बहाने होंगे भँवरे गुलो पे होंगे और वो हमारे पहलू मेंशाँम ढले घर जाने के ना कोई बहाने होंगे ना दर्दे ज़ँफा होंगी ना कोई करार होगा कुछ ऐसा करना होगा सब दर्द भुलाने होंगे दीवानो की ऐसी बस्ती किसी दिन तो बसेगीअंज़ानो की दुनिया में कुछ दोस्त बनाने होंगेG012 Post navigation Previous Post कुछ ही लोग होते हैंNext Postबहुत गुनाह किए हमने