Posted inGhazal/Nazm कोई बस्ती तो होगी Posted by Bhuppi Raja February 23, 2001No Comments कोई बस्ती तो होगी कोई बस्ती तो होगी जहाँ लोग दीवाने होंगेख़ुशबुएँ फ़िज़ा में होंगी और सब मस्ताने होंगे ना वस्ल-ए-ख़ौफ़ होगा ना कोई दूरियाँ होंगीरोज़ दीदार-ए-यार होगा, रोज़ अफ़साने होंगे ना कोई ख़ुदी में होगा ना यादें सताएँगीना दर्द दबाने होंगे ना आँसू बहाने होंगे भँवरे गुलों पे होंगे और वो हमारे पहलू मेंशाम ढले लौट जाने के ना कोई बहाने होंगे ना दर्द-ए-ज़फ़ा होगा ना कोई करार होगाकुछ ऐसा करना होगा सब दर्द भुलाने होंगे दीवानों की ऐसी बस्ती किसी दिन तो बसेगीअंज़ानों की दुनिया में कुछ दोस्त बनाने होंगेG012 Post navigation Previous Post बहुत गुनाह किए हमनेNext Postकुछ ही लोग होते हैं