Posted inGhazal/Nazm जब से गये हो तुम Posted by Bhuppi Raja March 13, 2001No Comments जब से गये हो तुम जब से गये हो तुम परेशान हूँ मैंअब तक ज़िंदा हूँ, खुद पे हैरान हूँ मैं नज़रों से दूर हो आवाज कैसे दूँतुम बिन जहाँ में बेजुबान हूँ मैं इंतज़ारे-बेकरारी मेरा दम ले लेगीअब लौट भी आओ परेशान हूँ मैं तुम मुझे न चाहो ये तुम्हारी मरज़ीअब तो कुछ पल का मेहमान हूँ मैं नज़रें मिलाओ या मिलाके झुकाओतुम्हारी हर अदा पे कुरबान हूँ मैं हमें भी जीने की वजह मिल जाएगीइक बार कह दो तुम्हारी जान हूँ मैं तुम्ही हो ‘राजा’ की हस्ती तुम्हीं सरमायाबिना तुम्हारे बेकार बेनाम हूँ मैंG068 Post navigation Previous Post बहुत चोट खायेNext Postजब कभी तेरी