उसको मेरा दर्द अब समझ आया होगा
जब किसी दोस्त ने दिल उसका दुखाया होगा
महफ़िल में वो मिला होगा सबसे मुस्कुराकर
और तन्हा दरिया आँसुओं का बहाया होगा
हाथों की लकीरों में मेरा नाम ना देख कर
अपने नाजुक हाथों को शोलों पे जलाया होगा
वो अपनी ही सूरत को पहचान न पाया होगा
जब वक़्त ने उसको आईना दिखाया होगा
याद उसको मेरी आई तो जरूर होगी
जब कोयल ने गीत प्यार का गाया होगा
आँखों में उसके इक आंसू तो आया होगा
जब हाल-ए-दिल मेरा उसको सुनाया होगा
जब भी ज़िक्र मेरा महफ़िल में आया होगा
सीने मे उठा दर्द बामुश्किल दबाया होगा
वक़्त कब किसका बदल जाए किसको पता
वक़्त ने ये सबक उसको भी सिखाया होगा
कभी तो करेगा मुझको अपने दर्द में शामिल
जिस दर्द को उसने दुनिया से छुपाया होगा
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