Posted inKavita शम्मा के साथ Posted by Bhuppi Raja February 2, 2005No Comments शम्मा के साथ शम्मा के साथजब किसीबेबस की आँख सेआँसू टपकते हैं, तब हम लोग उसेकैनवास में उतार करमोनालिसा बना देते हैं, और बाजार में उसकीअच्छी कीमतवसूल करते हैं…K030 ग़ज़ल/ नज़्म दोहे कोट्स Post navigation Previous Post होश आया तोNext Postकितना अकेला