Posted inKavita सत्य Posted by Bhuppi Raja January 23, 2005No Comments सत्य सत्य और असत्यदो विलोम शब्दजिनका द्वंद सदियों से है सुना था, पढ़ा थासुनता भी हूँ, पढ़ता भी हूँसत्य की असत्य पर जीतदेखता भी हूँसिर्फ चलचित्रों में जो ज़िन्दगी में देखता हूँकहना चाहता हूँकह नहीं सकताक्यूँकि मुझे अभीऔर जीना है…K023 ग़ज़ल/ नज़्म दोहे कोट्स Post navigation Previous Post प्रतिबिम्बNext Postतृष्णा