Posted inKavita Short Poem कितना अकेला Posted by Bhuppi Raja September 26, 2024No Comments कितना अकेला होता हूंजब तुम्हारे साथ होता हूं,कितने आंसू पीता हूंजब मुस्कुराहटे बिखेरता हूं, गुनहगार कहलाता हूंजब कोई गुनाह नहीं करतासरेआम कत्ल होता हूंजब कातिल बक्श देता हूं… Visitors: 36 Post navigation Previous Post इन्तज़ारNext Postशम्मा के साथ