जिसका गम है

जिसका गम है

जिसका गम है बस वही जाने
दूसरा और कोई क्या जाने 
 
वो ना समझे है ना समझेंगे कभी
हम फिर भी लगे उनको समझाने 
 
हम थे पागल जिस शक्श के लिए 
वो तो किसी और के ही थे दीवाने
 
जीना तो हर हाल में है मुझको  
बहुत से कर्ज अभी हैं चुकाने
 
खताएं कुछ ऐसी हमसे हो गई
उम्र भर हम भरेंगे हर्जाने
 
कुछ ही पल थे जो मेरे अपने थे 
बाकी सब थे तो वो बेगाने
 
करते करते दर्दों का हिसाब
बेख्याली में लगे मुस्कुराने
 
अँधेरे सब जहाँ से मिट जाएंगे
कुछ दिए प्यार के हैं जलाने

G005

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