आज यहाँ हर शख़्स

आज यहाँ हर शख़्स

आज यहां हर शख़्श शराबी हो जाएगा
उसका हर अन्दाज़ नवाबी हो जाएगा
 
पढ़ लो अपना प्यार यार की आँखों मे
वरना उसका प्यार किताबी हो जाएगा
 
आज ये बरसात भीगो दे तन-मन को
भीगा मेरा यार शबाबी हो जाएगा
 
भर लो अपना यार प्यार से बाहों मे
भूला उसका प्यार जवाबी हो जाएगा
 
छू लो अपना यार प्यार की नज़रों से
चेहरा वो मेहताब गुलाबी हो जाएगा

 

*शबाबी- यौवन काल जवानी
*महताब- चाँद

G033

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