Posted inGhazal/Nazm आज यहाँ हर शख़्स Posted by Bhuppi Raja October 31, 2002No Comments आज यहाँ हर शख़्स आज यहां हर शख़्श शराबी हो जाएगाउसका हर अन्दाज़ नवाबी हो जाएगा पढ़ लो अपना प्यार यार की आँखों मेवरना उसका प्यार किताबी हो जाएगा आज ये बरसात भीगो दे तन-मन कोभीगा मेरा यार शबाबी हो जाएगा भर लो अपना यार प्यार से बाहों मेभूला उसका प्यार जवाबी हो जाएगा छू लो अपना यार प्यार की नज़रों सेचेहरा वो मेहताब गुलाबी हो जाएगा *शबाबी- यौवन काल जवानी*महताब- चाँदG033 Post navigation Previous Post फिर वही मुहब्बतNext Postबहुत हैं दुनिया में