Posted inKavita Short Poem शम्मा के साथ Posted by Bhuppi Raja September 26, 2024No Comments शम्मा के साथजब किसीबेबस की आँख सेआँसू टपकते हैं, तब हम लोग उसेकैनवास में उतार करमोनालिसा बना देते हैं, और बाजार में उसकीअच्छी कीमतवसूल करते हैं… Visitors: 35 Post navigation Previous Post कितना अकेलाNext Postतू मुझ में नहीं