Posted inGhazal/Nazm प्यार का ये भरम Posted by Bhuppi Raja February 27, 2001No Comments प्यार का ये भरम प्यार का ये भरम तो देखिएयार का ये करम तो देखिए नज़रें उनको ढूँढ़तीं हैं हर तरफबेख़्याली का चरम तो देखिए रोज़ करके वादा रोज़ तोड़नाये उनका फ़ित्नो-करम तो देखिए क़त्ल करने आये ख़ंजर सोचकरहाथ में पकड़े मरहम तो देखिए बेदर्द नज़रें मिलते झुक गईंआँखों में उनकी शरम तो देखिए अफसाना मेरा सुनते ही रो दिएदिल कितना उनका नरम तो देखिए जिस्म ठंडा हो गया तो क्या हुआसाँसें हमारी अभी गरम तो देखिए ज़िन्दगी की जंगअभी हारे नहींहौसले हमारे अदम तो देखिए फिज़ा में कभी तो बहार आएगी‘राजा’ का बाग़बाँ करम तो देखिएG028 Post navigation Previous Post क्यूँ मोहब्बत में हक़ीक़तNext Postआज फिर उनकी यादों