Posted inDard Kavita मुझे अपना जिस्म Posted by Bhuppi Raja September 26, 2024No Comments मुझे अपना जिस्म बनालोअपने जिस्म का हर निशाँमेरे जिस्म पर बना दो मुझे अपना आईना बनाआँखों में बसालोगर बन नहीं सकतातुम्हारा अक्समुझे अपनी धड़कन बनासीने में छुपा लो गर बन नहीं सकतातुम्हारी धड़कनतो मुझे अपनी परछायी बनाकदमों में बिछा दो गर बन नहीं सकतातुम्हारी ज़िंदगी काकोई पहलूतुम मुझे जीने कीवज़ह बता दो… Visitors: 35 Post navigation Previous Post नैना बरसत जाएNext Postइन्तज़ार