Posted inGhazal/Nazm जब कभी तेरी Posted by Bhuppi Raja March 14, 2001No Comments जब कभी तेरी जब कभी तेरी याद आती हैरात आँखों में गुज़र जाती है मेरी तन्हाई ही मेरा हमसफरहर लम्हा मेरा साथ निभाती है कब तक करूँ इंतज़ार तेरातू न आती है न बुलाती है रूठ कर उम्र क्यूँ जाया करेंबेवजह बात क्यों बढ़ाती है आओ चलो सामान बाँध लेंगाड़ी प्यार कि छूटी जाती हैG069 Post navigation Previous Post जब से गये हो तुमNext Postतुम जैसा कोई