प्यार का ये भरम तो देखिए
यार का ये करम तो देखिए
नज़रें उनको ढूंढ़ती हर तरफ
बेख़याली का चरम तो देखिए
रोज़ करके वादा रोज़ तोड़ना
उनका ये दीनो-धरम तो देखिए
क़त्ल करने आए ख़ंजर सोचकर
हाथ में पकड़े मरहम तो देखिए
बेदर्द नज़रें मिलते ही झुकी
आँखों में उनके शर्म तो देखिए
अफसाना मेरा सुनते रो दिए
दिल कितना है नरम तो देखिए
जिस्म ठण्डा हो भी गया तो क्या
साँसें अभी भी गरम तो देखिए
ज़िन्दगी से कभी हम हारे नहीं
हौसले हमारे परम तो देखिए
फिज़ा में कभी तो बहार आएगी
‘राजा’ का सूना हरम तो देखिए
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