Posted inImage Shayari दोहे बाहर अंदर एक है Posted by Bhuppi Raja November 30, 2024No Comments बाहर अंदर एक है, जान सके तो जानकण-कण मे जब रब दिखे, होए बौद्ध ज्ञान… Visitors: 30 Post navigation Previous Post अंदर तेरे राम हैNext Postमैं मैं करता जग मुआ