आत्मसाक्षात्कार, kavita in hindi, Bhuppi Raja, Poetry, poet.

आत्मसाक्षात्कार

आत्मसाक्षात्कार यह तो विदित हैकि मैं किशोरी नहींयुवा हूँ, वृद्धा हूँ या अधेड़ा!सलीब पर लटकी मेरी हर सुबहकचोट…
बेटी की पुकार

बेटी की पुकार

बेटी की पुकार क्यूँ हिला देते होमेरी अंतरात्मा को झिंझोड़करक्यूँ सजा देते होमेरे रिसते ज़ख्मो को निचोड़करक्यूँ प्रेरित…