दोहे नाम बिना तू अकेला है Visitors: 27 तू क्यूँ इतना रोता है Visitors: 20 जो भी इस जग में होता है Visitors: 24 सारी उम्र तू सोता है Visitors: 37 मोह माया ने घेरा है Visitors: 24 दुनिया रहन बसेरा है Visitors: 20 कुछ साथ नहीं जाना है Visitors: 17 क्यूँ जीवन अपना खोता है Visitors: 21 दुनिया तो इक मेला है Visitors: 22 कलयुग के भव सागर को Visitors: 24 सांसो का क्या भरोसा Visitors: 25 चार किताबें पढ़के तुम Visitors: 26 कुदरत का कानून है Visitors: 28 धर्म हमारा एक है Visitors: 27 भगवा चोला पहन के Visitors: 22 ज्ञानी उसको आखिए Visitors: 24 ज्ञानी ध्यानी बहुतो मिले Visitors: 25 जो कल था अब है नहीं जो कल था अब है नहीं, जो अब है कल नाहीं सब जग नश्वर भयो, चिंता करे तू काही… Visitors: 59 चंचल मन बालक भयो चंचल मन बालक भयो, बहुतो नाच नचाएजब मन समता भही, अटल ध्रुव हो जाए… Visitors: 36 तिनका तिनका जोड़ के तिनका तिनका जोड़ के गठरिया कई बनाईसभी छोड़ के चल दिये, जीवन व्यर्थ गवाई… Visitors: 33 कर्म कांड बहुतो किये कर्म कांड बहुतो किये, कोइनो काम ना आएमन की गांठे खोल दे, धर्म मार्ग मिल जाए… Visitors: 32 मैं मैं करता जग मुआ मैं मैं करता जग मुआ, मैं ना जाणयो कोएजब मैं जानत भयो, जगत तमाशा होए… Visitors: 32 बाहर अंदर एक है बाहर अंदर एक है, जान सके तो जानकण-कण मे जब रब दिखे, होए बौद्ध ज्ञान… Visitors: 33 अंदर तेरे राम है अंदर तेरे राम है, तुझको नजर ना आएमन की गांठे खोल दे, जग रोशन हो जाए… Visitors: 32 राग-द्वेष भय एक है राग-द्वेष भय एक है, सब जग लेयो फसाएसमता मन कीजिये, जीवन सरल हो जाए… Visitors: 31 दया धर्म का मूल है-2 दया धर्म का मूल है, करुणा दियो जगाए,जिस मन करुणा भही, धर्मवान बन जाए… Visitors: 33 दया धर्म का मूल है-1 दया धर्म का मूल है, करुणा दियो जगाए,जिस मन करुणा नहीं, निरा ठूठ रह जाए… Visitors: 31 Visitors: 29